नई दिल्ली: आगामी केंद्रीय बजट 2023 पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का अंतिम पूर्ण वर्ष का बजट (This will be last budget of PM Modi led government) होगा, जबकि वार्षिक अभ्यास पर बहुत सारी उम्मीदें टिकी हुई हैं. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर आंदोलन करने वाले किसान समुदाय को संतुष्ट करने की जरूरत है. सरकार 2023-24 के केंद्रीय बजट में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर सकती है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी.
कृषि क्षेत्र को हमेशा एक ऐसे क्षेत्र के रूप में देखा गया है, जिसमें बहुत अधिक राजस्व पैदा करने की क्षमता है. डेलॉइट इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार यह देश के लिए 800 बिलियन डॉलर से अधिक का राजस्व उत्पन्न कर सकता है और 2031 तक 270 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश. रिपोर्ट ने सुझाव दिया कि सरकार को कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिए प्रौद्योगिकी अपनाने का समर्थन करने को नीतियां पेश करनी चाहिए और कृषि-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप को प्रोत्साहन देना चाहिए. उद्योग निकाय पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने इस महीने की शुरुआत में जारी अपने बजट पूर्व ज्ञापन में कहा था, 'अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजन को बढ़ाने के लिए हम कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में और सुधारों का सुझाव देते हैं.