हैदराबाद : निफ्टी 50 इंडेक्स के माध्यम से कमाई करने वाले लोगों की कमी नहीं है, लेकिन इसमें कुछ जोखिम भी है. वहीं, इक्वल वेट इंडेक्स फंड कम जोखिम के साथ कमाई का अच्छा मौका देता है. यह लॉन्ग टर्म के इंवेस्टमेंट के लिए एक बेहतर ऑप्शन है. तो आइए जानते हैं कि Equally Weighted Index Funds निफ्टी 50 इंडेक्स से बेहतर कैसे हैं और इसमें निवेश करने के क्या फायदे हैं....
निफ्टी 50 इंडेक्स की तुलना में मिलता है बेहतर रिटर्न
इक्वल वेट इंडेक्स फंड निफ्टी 50 इंडेक्स फंड से अलग है. जहां निफ्टी 50 इंडेक्स फंड निवेश का पारंपरिक तरीका है, जिसमें मार्केट कैपटलाइजेशन पर जोर दिया जाता है तो वहीं, equal weight index investment निवेश का नया तरीका है. इसमें सभी कंपनियों के स्टॉक की वैल्यू लगभग समान होती है. 1999 से लेकर 2022 के आकड़ों को देखते तो पता चलता है कि इक्वल वेट इंडेक्स फंड में निफ्टी 50 इंडेक्स की तुलना में सालाना 2 फीसदी से अधिक का रिटर्न मिलता है.
इक्वल वेट इंडेक्स फंड की शुरुआत कब हुई
इक्वल वेट इंडेक्स फंड में निवेश का तरीका सबसे पहले साल 2000 में अमेरिका में S&P 500 Equal Weight Index के साथ शुरू किया गया था. इसके बाद इंवेस्टमेंट का यह तरीका पूरी दुनिया के द्वारा अपनाया गया. वहीं, बात करें भारत की तो, साल 2017 में निफ्टी 50 इंडेक्स के साथ इसकी शुरुआत हुई. पिछले कुछ सालों से S&P 500 Equal Weight Index के साथ दूसरे इक्वल वेट इंडेक्स फंड लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट के मामले में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.
कब बढ़ती है इसकी मांग
Equal Weight Index Fund स्टॉक मार्केट में 'डिपोलराइजेशन' (depolarization) के समय बेहतर रिटर्न देते हैं. क्योंकि उस समय शेयरों की कीमत बढ़ जाती हैं. जिसके चलते इक्वल वेट इंडेक्स फंड निवेशकों के लिए निवेश का आकर्षण केंद्र होता है. साल 2009 में आई सबसे बड़ी आर्थिक मंदी के बाद कोविड-19 के चलते 2020 में शेयर बाजार में इसकी मांग देखी गई.