नई दिल्ली : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) से अपनी सभी रिडेम्पशन इनकम को शेयर बाजार में रिइंवेस्ट करने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए ईपीएफओ ने फाइनेंस मिनिस्ट्री से बातचीत भी शुरू कर दी है. निवेश की मंजूरी ईपीएफओ के शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय, केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने मार्च के आखिरी सप्ताह में अपनी बैठक में ही दे दिया था.
बता दें, EPFO ने ऐसे उपाय प्रस्तावित किए हैं, जो बाजार की अस्थिरता के बावजूद इक्विटी रिटर्न को अधिकतम करने में मदद कर सके. ईपीएफओ ने अपने सुझाव में कहा कि ETF Return को अब चार साल के मुकाबले सेंसेक्स के औसत 5 साल के रिटर्न पर गणना किया जाएगा. EPFO के इस प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी.
बता दें, वित्त मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार ईपीएफओ अपने इनकम का 5 से 15 फीसदी के बीच इक्विटी और संबंधित फंड आदि में इंवेस्ट कर सकता है. हालांकि EPFO ईटीएफ निवेश की गाइडलाइन में बदलाव करने की मांग कर रहा है.