हैदराबाद : इन दिनों साइबर अपराधियों का खतरा हर तरफ मंडरा रहा है. डिजिटल दुनिया में साइबर ठग नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं. लोग अपनी तरफ से डिजिटल सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करते हैं लेकिन इसके बावजूद साइबर ठग लोगों की निजी जानकारी से संबंधिक डेटा चोरी कर लेते हैं. इसके बाद उनके अकाउंट से पैसे निकाला, उनके नाम पर बैंक से लोन लेना जैसे काम करते हैं. डेटा हैक होने पर लोगों को क्या करना चाहिए आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में....
1. किसी अजनबी से ये डिटेल्स शेयर न करें
डिजिटल टाइम में लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. किसी भी परिस्थिति में अपना पैन, आधार, बैंक खाता, डेबिट और क्रेडिट कार्ड जानकारी किसी के साथ शेयर न करें. किसी ऐसे व्यक्ति पर भरोसा न करें जो आपसे फोन पर संपर्क करता है, खासकर ऑनलाइन. किसी की चुराई हुई पहचान चोरों के लिए आपको आर्थिक रूप से धोखा देने के हथियार की तरह है.
2. समय- समय पर क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके पास कितने लोन और कार्ड हैं, तो क्रेडिट रिपोर्ट ये जानने में आपकी मदद कर सकता है. हमारे देश में मुख्य रूप से तीन क्रेडिट ब्यूरो हैं- सिबिल, एक्सपेरियन और इक्विफैक्स. प्रत्येक क्रेडिट ब्यूरो में साल में एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरुर प्राप्त करें. अगर आपको कोई अनधिकृत खाता मिलता है, तो उसके बारे में तुरंत क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट करें. साथ ही उन अनधिकृत वस्तुओं को अपनी रिपोर्ट से हटा दें.
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