नई दिल्ली : टायर विनिर्माता सिएट लिमिटेड (CEAT) ने चालू वित्त वर्ष में लगभग 750 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है. इसमें से ज्यादातर राशि कंपनी के महाराष्ट्र के अंबरनाथ संयंत्र में एग्री-रेडियल टायरों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने में लगाई जाएगी. कंपनी के प्रबंध निदेशक और चीफ एग्जक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) अर्नब बनर्जी ने यह जानकारी दी है. कंपनी को भरोसा है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) को उसकी आपूर्ति बढ़ेगी, क्योंकि इस दौरान वह छोटे रिम से बड़े आकार में बदलाव को पूरा कर रही है. वाहन विनिर्माताओं से इसके लिए जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है.
कंपनी 220 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी
सिएट ने वाहनों के टायर बदलने के बाजार (रिप्लेसमेंट) में पहली तिमाही में विशेषरूप से मोटरसाइकिल खंड में अच्छी वृद्धि दर्ज की है. कंपनी को वृद्धि की यह रफ्तार कायम रहने की उम्मीद है. हालांकि, सिएट का मानना है कि ग्रामीण बाजार में अभी वृद्धि के लिए दो और तिमाहियों का इंतजार करना होगा. बनर्जी ने चालू वित्त वर्ष में कंपनी की निवेश योजना के बारे में पूछे जाने पर समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, ‘हम साल के लिए 700 से 750 करोड़ रुपये के बारे में बात कर रहे हैं. इसमें से लगभग 220 करोड़ रुपये का निवेश हम पहली तिमाही में कर चुके हैं.’
कंपनी महाराष्ट्र के अंबरनाथ संयंत्र में निवेश करेगी
बनर्जी ने बताया, ‘दूसरी तिमाही में अंबरनाथ कारखाने की क्षमता लगभग 105 टन प्रतिदिन पर पहुंच जाएगी. वर्तमान स्थापित क्षमता लगभग 85 टन प्रतिदिन है. अगले साल दूसरी तिमाही तक इस संयंत्र का उत्पादन 160 टन प्रतिदिन होगा.’ उन्होंने कहा कि नागपुर और चेन्नई सहित अन्य संयंत्रों पर भी पूंजीगत व्यय किया जाएगा. वहीं 200 करोड़ रुपये सामान्य कंपनी कामकाज पर खर्च किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इसमें से ज्यादातर निवेश अंबरनाथ संयंत्र में एग्री-रेडियल टायरों का उत्पादन बढ़ाने में किया जाएगा. वहां कंपनी विशेष टायर बनाती है.