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Blue Economy : क्या होती है ब्लू इकोनॉमी व मानव विकास-पर्यावरण के लिए कैसे है सहायक - Girish Chandra Murmu emphasizes on Blue Economy

CAG मुर्मू ने बताया कि Supreme Audit Institutions 20, प्राथमिकता वाले क्षेत्र - 'ब्लू इकोनॉमी' और 'रिस्पॉन्सिबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' नए युग के अवसरों और चिंताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनके अनुसार, Blue Economy पृथ्वी और उस पर जीविका के लिए सभी अंतर ला सकती है.

Blue Economy
ब्लू इकोनॉमी

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Published : Mar 14, 2023, 2:05 PM IST

गुवाहाटी :भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस ( SAI )-20 एंगेजमेंट ग्रुप की पहली वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक सोमवार को यहां भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG Girish Chandra Murmu ) गिरीश चंद्र मुर्मू के साथ शुरू हुई. उन्होंने एसएआई20 एंगेजमेंट ग्रुप के अध्यक्ष के रूप में विचार-विमर्श का नेतृत्व किया. अपने उद्घाटन भाषण में मुर्मू ने इस बात पर प्रकाश डाला कि SAI 20 बैठक समावेशी विकास और सभी की भलाई सुनिश्चित करने के लिए सदस्य G20 देशों के सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थानों के वैश्विक सहयोग और सामूहिक प्रयासों का प्रतीक है.

स्थिरता, विकास और उभरती प्रौद्योगिकियों की भूमिका के महत्व को पहचानते हुए मुर्मू ने बताया कि Supreme Audit Institutions 20, प्राथमिकता वाले क्षेत्र - 'ब्लू इकोनॉमी' और 'रिस्पॉन्सिबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' नए युग के अवसरों और चिंताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और ये वास्तविक सहयोग की जरूरत को रेखांकित करते हैं. उनके अनुसार, Blue Economy पृथ्वी और उस पर जीविका के लिए सभी अंतर ला सकती है.

Blue Economy आर्थिक प्रणाली है
CAG Girish Chandra Murmu ने कहा, "Blue Economy एक आर्थिक प्रणाली है, जिसमें समुद्री और मीठे पानी के पर्यावरण के संरक्षण, उनके सतत उपयोग को बढ़ावा देने, भोजन और ऊर्जा का उत्पादन करने, आजीविका का समर्थन करने और आर्थिक उन्नति और कल्याण के लिए चालक के रूप में कार्य करने के उद्देश्य से नीति और परिचालन आयामों का एक स्पेक्ट्रम शामिल है."

सबसे कठिन है विकास व जलवायु परिवर्तन
Responsible Artificial Intelligence (एआई) के बारे में बोलते हुए Girish Chandra Murmu CAG of India ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एआई प्रौद्योगिकियों का लोकतंत्रीकरण अपरिहार्य है और लक्षित और समय पर हस्तक्षेप के माध्यम से एआई का उपयोग नागरिकों और देश को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा सकता है. CAG of India Girish Chandra Murmu ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि एआई में स्वास्थ्य सेवा, खुदरा, वित्त, कृषि, भोजन, जल संसाधन, पर्यावरण और प्रदूषण, शिक्षा, विशेष आवश्यकताएं, परिवहन, ऊर्जा, सार्वजनिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, न्यायपालिका आदि जैसे क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों को हल करने की क्षमता है.

Girish Chandra Murmu ने कहा कि दुनिया कई चुनौतियों से घिरी हुई है और सबसे कठिन हैं सतत विकास और जलवायु परिवर्तन. बैठक में जी20 सदस्य देशों के 39 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी गई, अतिथि देशों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भी एसएआई20 कार्यक्रम में भाग लिया.

( This is an agency copy and not edited by Etv Bharat ) ( आईएएनएस )

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