मुंबई : सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया का मार्च तिमाही में टैक्स देने के बाद मुनाफा 115 फीसदी से बढ़कर 1,388.19 करोड़ रुपये हो गया. इस वृद्धि में अन्य आय का विशेष योगदान रहा. पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) का मुनाफा बढ़कर 3,882 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 3,406 करोड़ रुपये था. बैंक 2023-24 के दौरान इक्विटी पूंजी के रूप में 4,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है. इस कदम से बैंक में सरकार की हिस्सेदारी को 75 फीसदी तक लाने में मदद मिलेगी.
बीओआई ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी मूल शुद्ध ब्याज आय 37 फीसदी बढ़कर 5,493 करोड़ रुपये हो गई. इस दौरान अग्रिमों में 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. शुद्ध ब्याज मार्जिन सालाना आधार पर 2.56 फीसदी से बढ़कर 3.15 फीसदी हो गया. मार्च तिमाही में बैंक की गैर-ब्याज आय सालाना आधार पर 1,587 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,099 करोड़ रुपये हो गई.
पढ़ें :Yes Bank Q4 Results : यस बैंक के नेट प्रॉफिट में 45 फीसदी की बड़ी गिरावट, घटकर 202 करोड़ रुपये
यूनियन बैंक का मुनाफा चौथी तिमाही में 81 फीसदी बढ़ा
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) ने शनिवार को बताया कि बीते वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 80.57 फीसदी बढ़कर 2,811 करोड़ रुपये हो गया. बैंक ने बताया कि बट्टे खाते में डाले गये ऋणों से वसूली में भारी बढ़ोतरी के कारण उसका मुनाफा बढ़ा. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने बताया कि पूरे वित्तवर्ष 2022-23 में उसका शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 5,265 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,512 करोड़ रुपये हो गया.