नई दिल्ली : फिनटेक प्लेटफॉर्म भारतपे ने कंपनी में डेटा लीक के बारे में उस पर लगाए गए आरोपों को 'दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह निराधार' करार दिया है. कंपनी पर यह आरोप उसके पूर्व प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने लगाया है. ग्रोवर का आरोप है कि भारतपे के सह-संस्थापक भाविक कोलाडिया द्वारा 15 करोड़ से अधिक यूपीआई उपयोगकर्ताओं के डेटा का उल्लंघन किया गया है, जिन्होंने ओपीटीलेस नामक एक नया स्टार्टअप बनाया है.
BharatPe ने अशनीर ग्रोवर के इस दावे का किया खंडन, जानें क्या है पूरा मामला
भारतपे ने 15 करोड़ यूजर्स के डेटा उल्लंघन के Ashneer Grover के दावे का खंडन किया है. ग्रोवर ने BharatPe पर ये आरोप क्यों लगाया है, कंपनी ने अशनीर ग्रोवर के दावे पर क्या जवाब दिया है, क्या है पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.
कंपनी ने आरोपों पर क्या कहा
कंपनी ने एक बयान में कहा, 'भारतपे अपने ग्राहकों के डेटा की जमकर सुरक्षा करता है और उच्च सुरक्षा मानकों का पालन करता है.' बयान में कहा गया है, 'ओपीटीलेस हमारा सेवा प्रदाता है, जो केवल व्हाट्सएप के माध्यम से सत्यापन को सक्षम करता है और इसका उपयोग हमारे व्यापारी आधार के 10 प्रतिशत से कम द्वारा किया जाता है.'
अशनीर ग्रोवर पर फंड में गबन का मुकदमा
मनीकंट्रोल ने सबसे पहले ग्रोवर के आरोप के बारे में रिपोर्ट किया था. भारतपे ने कहा कि वे अपने ग्राहकों और भागीदारों के साथ हमारे सभी डेटा गोपनीयता दायित्वों का पूरी तरह से पालन करते हैं. भारतपे, ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा 88.6 करोड़ रुपये के कंपनी फंड के कथित रूप से गबन करने को लेकर एक भयंकर कानूनी लड़ाई में उलझे हुए हैं. दरअसल भारतपे ने अपने पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर की पत्नी और पूर्व नियंत्रण प्रमुख माधुरी जैन के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया था. BharatPe के बोर्ड ने फंड की हेराफेरी के कारण अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी दोनों को बाहर कर दिया गया था जिसके बाद ये मामला दर्ज किया गया था.
(आईएएनएस)
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