नई दिल्ली : भारत में यात्री वाहनों और तिपहिया वाहनों के अभी तक के सर्वाधिक पंजीकरण के दम पर चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में वाहनों की खुदरा बिक्री में (Automobile retail sales in India) सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. ऑटो डीलरों के निकाय फाडा ने यह जानकारी दी. इस वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर में वाहनों की बिक्री बढ़कर 1.10 करोड़ इकाई (1,10,79,116 इकाई) हो गई, जबकि 2022-23 वित्तीय वर्ष की समान अवधि में यह 1.01 करोड़ इकाई (1,01,79,072 इकाई) थी. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में वाहनों की बिक्री में लचीलापन रहा जिससे कुल खुदरा वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है.
उन्होंने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में सभी श्रेणियों में सालाना आधार पर वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें तिपहिया वाहनों के पंजीकरण में अधिकतम वृद्धि देखी गई. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यात्री वाहन (पीवी) की खुदरा बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 18,08,311 इकाई हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 17,02,905 इकाई थी. सिंघानिया ने कहा, 'इसमें न केवल सालाना आधार पर छह प्रतिशत की वृद्धि हुई, बल्कि रिकॉर्ड खुदरा बिक्री भी देखी गई वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में यात्री वाहन की खुदरा बिक्री 18,08,311 इकाई के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई. यह वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही के 17,02,905 इकाई के पिछले रिकॉर्ड को भी पार कर गई.'
उन्होंने कहा कि लगातार दो वित्त वर्षों में यात्री वाहन खंड की निरंतर वृद्धि लचीली मांग और विविध तथा गतिशील पेशकशों के लिए बाजार की सकारात्मक प्रतिक्रिया का प्रमाण है. अप्रैल-सितंबर अवधि में तिपहिया वाहनों का पंजीकरण 66 प्रतिशत बढ़कर 5,33,353 इकाई हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,21,964 इकाई था. पहली छमाही में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री सालाना आधार पर सात प्रतिशत बढ़कर 78,28,015 इकाई हो गई. वाणिज्यिक वाहन की बिक्री बढ़कर 4,65,097 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 4,50,458 इकाई से तीन प्रतिशत अधिक है.