नई दिल्ली:पूरी दुनिया में कहीं भी बात जबलग्जरी होटलों की होती है तो ताज पैलेस होटल का नाम जरूर लिया जाता है. इस होटल का निर्माण टाटा समूह के संस्थापक और प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी, परोपकारी और उद्योगपति जमशेदजी टाटा द्वारा किया गया था. होटल का निर्माण साल 1898 में शुरू हुआ और 1903 में बिजनेस के लिए तैयार हो गया था.
लग्जरी होटलों में भारतीयों की नहीं होती थी एंट्री, अंग्रेजों को जवाब देने के लिए जमशेदजी ने बनवाया था होटल ताज पैलेस
Taj Mahal Palace Hotel- होटल ताज पैलेस देश की शान से जुड़ा है. लेकिन क्या आपको पता है, जमशेदजी टाटा ने इसे क्यों बनाने का सोचा था. आखिर क्या थी वजह की टाटा ने इसे बनाने का फैसला कर लिया था. पढ़ें पूरी खबर...
Published : Dec 5, 2023, 4:39 PM IST
ताज महल पैलेस होटल में रहने की न्यूनतम लागत 22000 रुपये है. मुंबई स्थित ताज महल पैलेस होटल 4,21,00000 रुपये की भारी लागत पर बनकर तैयार हुआ था. बता दें कि ताज महल पैलेस होटल मुंबई की पहली इमारत थी, जहां बिजली उपलब्ध थी. इसके साथ ही टेलीफोन, इलेक्ट्रिक लिफ्ट और रेफ्रिजरेटर जैसी सुविधाओं वाली पहली इमारत भी थी.
केवल 30 रुपये में मिलते थे रूम
आपको जान कर हैरानी होगी कि एक समय में इस लग्जरी होटल के एक कमरे का रेंट केवल 30 रुपये था. उस समय मुंबई में ताज महल पैलेस होटल ने पहली बार अपना परिचालन शुरू किया था. इसमें मुंबई का पहला लाइसेंस वाला बार, हार्बर बार और भारत का पहला ऑल-डे डाइनिंग रेस्तरां भी शामिल था. आज मुंबई का ताज होटल दुनिया के सबसे आलीशान होटलों में गिना जाता है. इस होटल ने बिजनेस के अलावा भी कई योगदान दिए हैं. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मुंबई के ऐतिहासिक होटल को 600 बिस्तरों वाले अस्पताल में बदल दिया गया था. वहीं, साल 2008 में यह आतंकी हमले का भी शिकार हुआ था.