नई दिल्ली : भारतपे के पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने गुरुवार को दावा किया कि संकटग्रस्त यूनिकॉर्न फार्मईजी का नया फंडिंग दौर सही नहीं है, बल्कि वास्तव में यह अचानक विनाश लाएगा. सूत्रों के हवाले से टेकक्रंच की पुरानी रिपोर्ट के अनुसार, फार्मईज़ी की कभी 5 बिलियन डॉलर वैल्यू थी. इसने पिछले मूल्यांकन से 90 प्रतिशत कम पर लगभग 300 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना बनाई है. इसके बाद Pharmacy startup PharmEasy का मूल्यांकन घटकर करीब 500 से 600 मिलियन डॉलर रह गया है.
Ashneer Grover ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, "डाउन राउंड प्लस एंटी-डाइल्यूटिव क्लॉज बराबर, संस्थापकों के लिए अचानक विनाश!" ग्रोवर ने कहा कि अगर फार्मईज़ी के बारे में यह खबर सही है तो यह गिरावट का दौर नहीं बल्कि अंत है. Ashneer Grover ने कहा कि चूंकि इसमें एंटी-डाइल्यूटिव क्लॉज लागू होगा, इसका मतलब है कि जिन निवेशकों ने PharmEasy में 5 रुपये/शेयर से अधिक पर निवेश किया है, उन्हें अधिक शेयर मिलेंगे, इसलिए कि उनकी होल्डिंग लागत 5 रुपये/शेयर हो जाएगी.
Ashneer Grover ने कहा कि यहां तक कि अंतिम दौर में 55 रुपये प्रति शेयर पर निवेश करने वाले निवेशकों को मुफ्त में 10 गुना अधिक शेयर मिलेंगे, जिससे उनकी हिस्सेदारी 5 रुपये प्रति शेयर हो जाएगी. ग्रोवर के अनुसार, ईएसओपी होल्डिंग के साथ संस्थापकों की कंपनी में 0.001 प्रतिशत या कुछ समान अंश हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि 2021 में लिया गया कर्ज संस्थापकों द्वारा जुटाई गई अब तक की सबसे महंगी पूंजी साबित होगी.