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Adani Group : एपीएसईजेड ने म्यामां बंदरगाह बेचा, 30 मिलियन डॉलर में हुई डील

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Published : May 4, 2023, 4:12 PM IST

देश की सबसे बड़ी बंदरगाह कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) 30 मिलियन डॉलर में म्यांमार बंदरगाह को बेच रही है. जिसका खरीदार सभी जरुरी नियमों के अनुपालन करने के 3 दिनों के भीतर तय रकम का भुगतान कर देगा. पढे़ं पूरी खबर...

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एपीएसईजेड ने म्यामां बंदरगाह बेचा

नई दिल्ली : अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने कुल तीन करोड़ डॉलर में म्यामां बंदरगाह की बिक्री का सौदा पूरा कर लिया है. कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. एपीएसईजेड ने मई, 2022 में म्यामां बंदरगाह की बिक्री के लिए शेयर खरीद करार (एसपीए) की घोषणा की थी. एसपीए में परियोजना को पूरा करने और खरीदार को कारोबार करने के लिए सुगमता से जरूरी मंजूरियों जैसी शर्तें शामिल थीं.

APSEZ ने बयान में कहा कि मंजूरी प्रक्रिया में देरी और कुछ शर्तों को पूरा करने की चुनौती के मद्देनजर एपीएसईजेड ने इसके लिए ‘जहां है, जैसा है’ के आधार पर स्वतंत्र मूल्यांकन हासिल किया था. कंपनी ने कहा कि इसके बाद इस सौद पर नए सिरे से बातचीत हुई. यह सौदा तीन करोड़ डॉलर में हुआ है. बयान में कहा गया है कि खरीदार द्वारा कंपनी को सभी जरूरी अनुपालन पूरा करने के तीन कारोबारी दिन में इस राशि का भुगतान किया जाएगा.

सौदे की पूरी राशि मिलने के बाद APSEZ खरीदार को इक्विटी का ट्रांसफर करेगी और इससे बाहर निकल जाएगी. एपीएसईजेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) करण अडाणी (APSEZ CEO Karan Adani) ने कहा कि जोखिम समिति ने अक्टूबर, 2021 में जो सिफारिशें दी थीं उनके आधार पर कंपनी के निदेशक मंडल ने इस तरह का कदम उठाने की अनुमति दी थी. यह परियोजना उस समय विवादों के घेरे में आ गई थी, जब करण अडाणी के वरिष्ठ जनरल म्यामां सेना के प्रमुख मिन आंग हलिंग से मिलने की खबरें आई थीं. हलिंग ने म्यामां की चुनी हुई सरकार का तख्तापलट किया था.

अगस्त, 2021 में एपीएसईजेड ने कहा था कि म्यामां बंदरगाह में उसका निवेश अमेरिकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय द्वारा जारी प्रतिबंध दिशानिर्देशों का उल्लंघन नहीं करता है. अडाणी समूह की इकाई एपीएसईजेड देश की सबसे बड़ी बंदरगाह विकास कंपनी है.

(पीटीआई- भाषा)

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