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Application for investment in govt gold bond scheme: सरकारी स्वर्ण बॉन्ड योजना में निवेश के लिये आवेदन छह मार्च से - gold bond price

केंद्र की मोदी सरकार ने गोल्ड को लेकर आज बड़ा एलान किया है. सरकार ने कहा कि इसको लेकर बनाए गए नए नियम 1 अप्रैल से लागू होंगे.

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Etv Bharat सरकारी स्वर्ण बॉन्ड योजना में निवेश

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Published : Mar 4, 2023, 2:03 PM IST

मुंबई:सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (एसजीबी) योजना में निवेशक सोमवार से फिर निवेश कर सकेंगे. पांच दिन के लिये खुल रहे स्वर्ण बॉन्ड के लिये कीमत 5,611 रुपये प्रति ग्राम तय की गयी है. भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि 2022-23 की चौथी श्रृंखला के तहत स्वर्ण बॉन्ड योजना खरीद के लिये छह मार्च से 10 मार्च के दौरान उपलब्ध होगी. इसके लिए निर्गम मूल्य 5,611 रुपये प्रति ग्राम रखा गया है.

बयान के अनुसार, ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से स्वर्ण बांड के लिये आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिये निर्गम मूल्य 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा. इस तरह के निवेशकों के लिए स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,561 रुपये प्रति ग्राम है.' केंद्रीय बैंक दरअसल भारत सरकार की तरफ से स्वर्ण बॉन्ड जारी करता है. ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है. अभिदान की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए चार किलोग्राम, एचयूएफ के लिये चार किलोग्राम और न्यासों तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम प्रति वित्त वर्ष है.

पढ़ें:GOLD HALLMARK: सोने के गहनों पर सरकार का बड़ा एलान, अब छह अंकों वाला हॉलमार्क होगा मान्य, जल्द लागू होगा नियम

सोने की भौतिक मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले गोल्ड बांड योजना नवंबर, 2015 में लाई गई थी. वहीं, इससे पहले सरकार ने गोल्ड को लेकर एक बड़ा एलान किया है. बता दें, केंद्र की मोदी सरकार ने 1 अप्रैल से हॉलमार्क आभूषणों के लिए कहा है कि अब से चार की बजाए छह अंकों वाले हॉलमार्क मान्य होंगे. सख्त रुख अपनाते हुए केंद्र ने कहा कि बिना हॉलमार्क के कोई भी जेवर न खरीदा जाएगा और न ही बेचा जा सकेगा.

बता दें, गोल्ड हॉलमार्किंग सोने की शुद्धता के लिए माना जाता है. केंद्र की मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है तभी से यह फैसला लागू है. जानकारी के मुताबिक 256 जिलों में इसको जरूरी बनाया गया था. अभी इस योजना में अन्य जिलों को भी जोड़ा जा रहा है.

पीटीआई-भाषा

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