नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज के सिंगल और इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट के बीच का अंतर पिछले कुछ सालों में दोगुना से भी ज्यादा होकर 22,400 करोड़ रुपये हो गया है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की सब्सिडियरी यूनिट के रूप में काम कर रहे रिटेल और दूरसंचार कारोबार में गजब का मुनाफा हुआ है, इसी वजह से कंपनी को इतना ज्यादा लाभ हुआ है.
जेपी मॉर्गन ने कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट का आकलन करने के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा कि रिलायंस के सिंगल और इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट के बीच का अंतर काफी बढ़ गया है. वित्त वर्ष 2019-20 में 8,400 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 2022-23 में यह बढ़कर 22,400 करोड़ रुपये हो गया है.टेलीकम्युनिकेशन और रिटेल क्षेत्र में तेजी इसकी मुख्य वजह है.बता दें, वित्त वर्ष 2019-20 में रिलायंस ने 30,902 करोड़ रुपये का सिंगल नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 44,205 करोड़ रुपये हो गया.