नई दिल्ली: टाटा समूह द्वारा एयर इंडिया का अधिग्रहण पूरा किए जाने के एक वर्ष पूरा होने के मौके पर एयरलाइन ने शुक्रवार को कहा कि वह नए विमानों के ऐतिहासिक ऑर्डर को पूरा कर रही है. एयर इंडिया के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने इस अवसर पर कहा कि विमानन क्षेत्र की कंपनी ने उल्लेखनीय प्रगति की है.
एयर इंडिया 2.0 के दूसरे वर्ष में प्रवेश करने के मौके पर विल्सन ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि आगे का रास्ता चुनौतीपूर्ण रहने वाला है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें सफलता से कहीं अधिक परिभाषित यह बात करेगी कि हमारी खामियों को लेकर हमारा रुख कैसा होता है.
एयरलाइन ने अपने रूपांतरण के लिए अगले पांच साल की रूपरेखा 'विहान.एआई' के तहत तय की है, जिसमें विभिन्न कदम उठाए जाएंगे और कंपनी अपने चौड़े विमानों के बेड़े का आंतरिक स्वरूप बदलने के लिए 40 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी. हालांकि, हाल के हफ्तों में कंपनी को दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में यात्रियों के खराब बर्ताव जैसी घटनाओं के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा और एयरलाइन पर विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जुर्माना भी लगाया.
अपनी प्रमुख पहलों की जानकारी देते हुए एयर इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि वह भावी वृद्धि को गति देने के लिए नए विमानों के ऐतिहासिक ऑर्डर को अंतिम रूप दे रही है. इसमें बताया गया कि एयरलाइन ने अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की खातिर विभिन्न कार्यों के लिए 1,200 से अधिक पेशेवरों को अपने साथ जोड़ा है.