मुंबई: सेंसेक्स जो 250 अंकों की बढ़त के साथ खुला था, वह भारतीय रिजर्व बैंक के 2019 में पांचवीं बार 25 आधार अंकों की कमी के बाद 170 अंक से ज्यादा गिर गया. बाजार को 40 आधार अंकों की कमी की उम्मीद थी.
रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की गई अब यह घटकर 5.15 फीसदी हो गई है. रिवर्स रेट में भी 0.25 फीसदी की कटौती के बाद नई दर 4.90 फीसदी हो गई है.
इसकी प्रमुख वजह बैंकिंग और वित्त क्षेत्र की कंपनियों के शेयर में गिरावट होना है. बीएसई का 30 कंपनियों का शेयर सूचकांक 170.89 अंक यानी 0.45 प्रतिशत बढ़कर 37,935.98 अंक पर चल रहा है.
इसी तरह निफ्टी 58.80 अंक यानी 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,255.20 अंक पर बना हुआ है.
सेंसेक्स में शामिल येस बैंक, इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, वेदांता, एचडीएफसी, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा स्टील और एचडीएफसी बैंक के शेयर में 5.52 प्रतिशत तक की बढ़त देखी गई.
टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, एचसीएल, पावरग्रिड, एलएंडटी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 1.18 प्रतिशत तक नीचे चल रहे हैं. बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 38,106.87 अंक और निफ्टी 11,313.10 अंक पर बंद हुआ थे.
रिजर्व बैंक की 2019-20 के लिए चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति शुक्रवार को दोपहर 11 बजकर 45 मिनट पर जारी की जानी है. ब्रोकरों को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में एक बार और कटौती कर सकता है.
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इसके चलते शेयर बाजारों में लिवाली का रुख देखा गया है. आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 810.72 करोड़ रुपये की लिवाली की.