नई दिल्ली : शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा वैश्विक रुख से तय होगी. इसके अलावा डेरिवेटिव निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है. विश्लेषकों ने यह राय जताई है.
विश्लेषकों ने कहा कि बाजार निवेशकों की निगाह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर को लेकर निर्णय पर भी रहेगी.
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, जुलाई माह के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रह सकता है. इसके अलावा तिमाही नतीजों का सीजन भी रफ्तार पकड़ेगा. सप्ताह के दौरान एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, टाटा मोटर्स, मारुति, कोलगेट, टेक महिंद्रा, भेल, आईओसी, सन फार्मा तथा इंडिगो जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के रुख तथा 28 जुलाई को होने वाली अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजों से भी बाजार की दिशा तय होगी. सोमवार को शुरुआती कारोबार में बाजार रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक तथा आईटीसी के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देगा.
रिलायंस इंडस्ट्रीज का जून तिमाही का शुद्ध लाभ सात प्रतिशत घटा है. कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से कंपनी का खुदरा कारोबार प्रभावित हुआ है, जिससे उसके मुनाफे में कमी आई है. कंपनी का तिमाही परिणाम शुक्रवार को आया था.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह बाजार शुरुआत में रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी तथा आईसीआईसीआई बैंक के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे.