सेंसेक्स में तेजी जारी, लगातार आठवें दिन रही तेजी, 38,386.75 अंक पर हुआ बंद
पिछले सात कारोबारी सत्र में सेंसेक्स कुल मिलाकर करीब 1,500 अंक चढ़ चुका है. हालांकि, एशियाई बाजारों में गिरावट के कारण घरेलू शेयर बाजारों की तेजी पर कुछ अंकुश लग गया.
मुंबई: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लिवाली तथा इंफोसिस, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक और एलएंडटी जैसी कंपनियों के शेयरों में खरीदारी से बुधवार को सेंसेक्स लगातार आठवें दिन मजबूती में बंद हुआ. शुरुआती घटबढ़ के बाद आज सेंसेकस 23 अंक बढ़कर बंद हुआ.
पिछले सात कारोबारी सत्र में सेंसेक्स कुल मिलाकर करीब 1,500 अंक चढ़ चुका है. हालांकि, एशियाई बाजारों में गिरावट के कारण घरेलू शेयर बाजारों की तेजी पर कुछ अंकुश लग गया. निवेशकों की मुनाफावसूली से एशियाई बाजार छह माह के उच्च स्तर से नीचे आ गये. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में मजबूती के साथ 38,433.86 अंक पर खुला और विदेशी निवेशकों एवं खुदरा निवेशकों की लिवाली से सत्र के 38,489.81 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया.
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हालांकि, मार्च डेरिवेटिव सौदों की अवधि समाप्त होने से पहले कुछ बड़ी कंपनियों के शेयरों में नरमी तथा मुनाफावसूली के कारण सेंसेक्स 38,316.21 अंक तक गिर गया. कारोबार की समाप्ति के समय फिर से तेजी लौटी और सेंसेक्स अंतत: 23.28 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की मजबूती के साथ 38,386.75 अंक पर बंद हुआ.
हालांकि, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11.35 अंक यानी 0.10 प्रतिशत नरम होकर 11,521.05 अंक पर बंद हुआ. बता दें कि गुरूवार को बाजार होली के उपलक्ष्य में बंद रहेगा. बड़ी कंपनियों में इंफोसिस सर्वाधिक 2.36 प्रतिशत के फायदे में रही. इसके अलावा एचडीएफसी बैंक, यस बैंक, एलएंडटी, सन फार्मा, एचडीएफसी, वेदांता, भारतीय स्टेट बैंक, एचसीएल टेक, कोटक बैंक, एशियन पेंट्स और रिलांयस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी तेजी रही.
नुकसान में रहने वाली कंपनियों में एनटीपीसी का शेयर सर्वाधिक 4.29 प्रतिशत गिरा. ओएनजीसी का शेयर भी 3.28 प्रतिशत लुढ़क गया. इनके अलावा कोल इंडिया, टाटा स्टील, मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस, बजाज ऑटो, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंडसइंड बैंक, पावरग्रिड, टीसीएस, आईटीसी और हीरो मोटोकॉर्प के शेयर 2.43 प्रतिशत तक गिर गए.
बीपीसीएल, एचपीसीएल और इंडियन ऑयल के शेयर 5.32 प्रतिशत तक गिरे. बीएसई के समूह सूचकांक में रीयल्टी सर्वाधिक 2.21 प्रतिशत की तेजी में रहा. आईटी, टेक, पूंजीगत सामान, चिकित्सा तथा टिकाउ उपभोक्ता उत्पाद समूहों में भी तेजी रही. हालांकि, तेल एवं गैस समूह सर्वाधिक 2.26 प्रतिशत गिरा. पीएसयू, पावर, धातु, वाहन, एफएमसीजी और बैंकिंग समूहों में भी गिरावट रही.
घरेलू मुद्रा के लगातार मजबूती में आने से सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनियों के शेयरों में उथल-पुथल रही. सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा, "फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक से पहले निवेशकों के सतर्कता बरतने से वैश्विक बाजारों में मिश्रित रुख देखने को मिला. आंकड़ों से पता चलता है कि एफपीआई की जारी लिवाली ने घरेलू संस्थागत निवेशकों की बिकवाली को बेअसर कर दिया. हमने बाजार में फरवरी के निचले स्तर के बाद 8.6 प्रतिशत की तेजी देखी है जो मार्च 2016 के बाद सबसे तेज है."
उन्होंने कहा, "सप्ताह के दौरान अवकाश की वजह से निवेशकों के बाजार से दूर रहने का अनुमान है. रुपया 68.83 पर पहुंच गया और पिछले एक महीने में किसी विकासशील देश की सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बना रहा है." प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को एफपीआई ने 2,132.36 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की.
हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशक 1,253.67 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे. एशियाई बाजारों में हांग कांग का हैंग सेंग 0.31 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.01 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.02 प्रतिशत की गिरावट में रहे. हालांकि जापान का निक्की 0.20 प्रतिशत मजबूत हुआ. यूरोपीय बाजारों में कारोबार के दौरान जर्मनी का फ्रैंकफर्ट डीएएक्स 0.87 प्रतिशत, फ्रांस का पेरिस सीएसी 40 0.05 प्रतिशत और ब्रिटेन का लंदन एफटीएसई 0.01 प्रतिशत की गिरावट में चल रहा था.
(भाषा)