नई दिल्ली : रिजर्व बैंक के ब्याज दर (Reserve Bank interest rate) पर निर्णय, वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा वैश्विक रुख से इस सप्ताह शेयर बाजारों (share markect) की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि जोरदार तेजी के बाद अब बाजार में करेक्शन के संकेत दिख रहे हैं. इसके अलावा निवेशकों की निगाह रुपये के उतार-चढ़ाव तथा अमेरिका में बांड प्राप्ति पर भी रहेगी.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि आगे की दिशा के लिए बाजार की निगाह वैश्विक आंकड़ों (global data) पर रहेगी. घरेलू मोर्चे पर बहुत अधिक नकारात्मक संकेतक नहीं हैं, लेकिन आगामी मौद्रिक समीक्षा (monetary review) में रिजर्व बैंक के गवर्नर (Reserve Bank Governor) की मुद्रास्फीति (inflation) पर आठ अक्टूबर की टिप्पणी काफी महत्वपूर्ण रहेगी. मीणा ने कहा कि आठ अक्टूबर को टीसीएस के दूसरी तिामही के नतीजे भी आने हैं.
उन्होंने कहा कि डॉलर इंडेक्स (dollar index) का उतार-चढ़ाव और अमेरिकी बांड पर प्रतिफल की वैश्विक बाजारों की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. वहीं, कच्चे तेल की कीमतों (crude oil prices) का भारतीय बाजारों पर व्यापक प्रभाव रहेगा.
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