मुंबई: कोरोना के कहर के कारण शेयर बाजार उबरने की चेष्टा ही कर रहा था कि अचानक सामने आए यस बैंक संकट ने पिछले सप्ताह दलाल स्ट्रीट को लहूलुहान कर दिया.
घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह भी कोरोनावायरस और यस बैंक के संकट से जुड़े घटनाक्रमों का असर देखने को मिल सकता है. इसके अलावा, सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों और विदेशी बाजार से मिलने वाले संकेतों से भारतीय शेयर बाजार को दिशा मिलेगी.
डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव, विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुखों पर बाजार की नजर होगी.
भारत अपनी तेल की जरूरतों का करीब 84 फीसदी आयात करता है और बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल के ऊंचे स्तर से करीब 37 फीसदी टूट चुका है. ऐसे में तेल का आयात सस्ता होने से विदेशी मुद्रा की आवश्यकता कम होगी. वहीं, कोरोनावायरस के कोहराम से आशंकित विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली बढ़ी है, बीते सप्ताह एफआईआई की बिकवाली 10,000 करोड़ रुपये से अधिक रही.
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इस सप्ताह होली के त्योहार का अवकाश होने के कारण सप्ताह के दौरान सिर्फ चार दिन ही कारोबार होगा.