नई दिल्ली : इथेनॉल ब्लेंडेडे पेट्रोल की स्कीम पर जीएसटी में कटौती (ethanol blended petrol gst cut) की गई है. केंद्र सरकार ने कहा है कि पेट्रोल में मिलाने के काम आने वाले इथेनॉल पर जीएसटी में 13 फीसदी की कटौती की जा रही है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल प्रोग्राम (Ethanol Blended Petrol programme) के तहत प्रयोग किए जाने वाले इथेनॉल पर अब 5 फीसद जीएसटी (5 pc gst on ethanol) लगेगा. जीएसटी की दरें घटाने के बाद ईंधन की कीमतों में कटौती की संभावना है.
बता दें कि भारत में इथेनॉल ब्लेंडिंग (मिश्रण) 2020-25 का रोडमैप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 5 जून को जारी किया गया था. इसके साथ अप्रैल, 2023 तक ई-20 ईंधन उपलब्ध कराने के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई थी. इसी क्रम में प्रधानमंत्री द्वारा पुणे के 3 स्थानों से 'ई 100 वितरण' की पायलट परियोजना (Pilot project of E 100) भी शुरू की गई.
इस संबंध में सरकार ने बताया था कि मांग और आपूर्ति जैसे मुद्दों के समाधान के लिए उठाए गए विभिन्न उपायों के परिणामस्वरूप संभावना है कि देश में इथेनॉल डिस्टिलेशन क्षमता 2025 तक दोगुनी से अधिक हो जाएगी और हम 20 प्रतिशत ब्लेंडिंग का लक्ष्य प्राप्त करने में सक्षम होंगे. सरकार का मानना है कि ईबीपी (Ethanol Blended Petrol) से देश की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, और एक ईंधन के रूप में इथेनॉल को बढ़ावा मिलेगा.
सरकार का कहना है कि इथेनॉल स्वदेशी, गैर-प्रदूषणकारी और असीम ऊर्जा वाला, पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार करने वाला साबित होगा. ऐसा इसलिए, क्योंकि ई20 ईंधन के उपयोग से कार्बन मोनोऑक्साइड का 30-50 प्रतिशत और हाइड्रोकार्बन का 20 प्रतिशत तक उत्सर्जन कम हो जाता है.
ब्लेंडिंग लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, सरकार चीनी मिलों और डिस्टिलरी को उनकी डिस्टिलेसन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. ऐसा करने के लिए सरकार उन्हें बैंकों से ऋण लेने की सुविधा प्रदान कर रही है, जिसके लिए सरकार द्वारा 6 प्रतिशत तक की ब्याज छूट दी जा रही है. इतना ही नहीं इस ब्याज छूट की राशि को सरकार खुद वहन कर रही है.