बेंगलुरू: विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 संकट के चलते कंपनी की किसी कर्मचारी को नौकरी से निकालने की फिलहाल कोई योजना नहीं है. कंपनी की 74वीं वार्षिक आम सभा सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से की गयी. इस दौरान कंपनी के एक शेयरधारक के सवाल का जवाब देते हुए प्रेमजी ने यह बात कही.
उन्होंने कहा, "हम कई परिचालन एवं अन्य तरीकों से अपनी लागत घटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमने किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला है और न ही हमारी फिलहाल ऐसी कोई योजना है."
रिशद प्रेमजी के पिछले साल जुलाई में विप्रो के चेयरमैन का पदभार ग्रहण करने के बाद यह कंपनी की पहली वार्षिक आमसभा थी. अपने संबोधन में प्रेमजी ने कहा कि कंपनी के लिए कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य बिना किसी शक-शुबह के सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहेगी.
उन्होंने कहा, "मार्च में कोविड-19 संकट की आहट के साथ ही हमने अपने कारोबार को गतिशील बनाए रखने की योजना पर काम शुरू कर दिया. हमने दुनियाभर में अपने 93 प्रतिशत कर्मचारियों के लिए 'घर से काम' करने की सुविधा देना शुरू कर दिया. यह हमारे लिए काफी प्रेरणादायी है कि हमारे पास इस बड़े बदलाव को लागू करने वाली एक टीम है."
प्रेमजी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हम नए तरीके से काम करने के अभ्यस्त हो गए हैं और हमारा पूरा ध्यान कंपनी के ग्राहकों की जरूरतों को सफलता पूर्वक पूरा करने पर है. उनका मानना है कि इसमें से कुछ बदलाव ऐसे होंगे जो भविष्य में हमारे काम करने के तरीके को पूरी तरह बदल देंगे.
विप्रो के चेयरमैन ने कहा कि कंपनी 'डिजिटलीकरण सबसे पहले' की रणनीति पर चलेगी और मौजूदा समय में यह प्रासंगिक है. कंपनी ने डिजिटल क्लाउड, साइबर सुरक्षा और अपनी इंजीनियरिंग क्षमताओं पर अहम निवेश किया है. उन्होंने कहा कि यह निवेश कंपनी को इन क्षेत्रों में अग्रणी बनाए रखने में मदद करेगा.