जयपुर: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश में आर्थिक मंदी आ चुकी है. अपने संबोधन में सिंह ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की सोच अच्छी है लेकिन इसे लागू करने के लिए बेहतरीन राष्ट्रीय रणनीति अपनाने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारा देश कुछ हद तक धीमा हो गया है. जीडीपी की दर में गिरावट आ रही है, निवेश की दर स्थिर है, किसान संकट में हैं, बैंकिंग प्रणाली संकट का सामना कर रही है और बेरोजगारी बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि हमें अच्छी तरह से संकल्पित राष्ट्रीय रणनीति की आवश्यकता है.
गुलाबी नगरी जयपुर में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि इस देश के विकास के लिए विजनरी लीडर की जरूरत हैं. हमें संसदीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा कायम करने की जरूरत है. साथ ही साथ संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता कायम रखना जरूरी है.
मनमोहन सिंह ने कहा- मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन की वजह से चिंताजनक स्थिति में पहुंची अर्थव्यवस्था
जयपुर में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि इस देश के विकास के लिए विजनरी लीडर की जरूरत हैं. हमें संसदीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा कायम करने की जरूरत है. साथ ही साथ संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता कायम रखना भी जरूरी है.
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इससे पहले सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर चौतरफा कुप्रबंधन और अर्थव्यवस्था को चिंताजनक स्थिति में ले जाने का आरोप लगाया.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है. पिछली तिमाही की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 5 प्रतिशत संकेत बताते है कि हम एक मंदी के दौर से गुजर रहें हैं. उन्होंने कहा कि हमारे युवा, किसान और उद्यमी हाशिये पर चले गए हैं.
उन्होंने कहा कि भारत इस रास्ते पर आगे बढ़ने का जोखिम नहीं उठा सकता है. इसलिए मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि वह प्रतिशोध की राजनीति को छोड़ दे और सभी समझदार की आवाजों सुने ताकि हमारा देश की मंदी के संकट से जल्द बाहर निकले.