नई दिल्ली: अमेरिका में प्रशिक्षित वैज्ञानिक और ड्रग रिसर्च फर्म हैदराबाद की दिवि लैबोरेट्रीज के संस्थापक मुरली दिवी 79,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ देश के सबसे अमीर हैदराबादी और 14वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं. एक साल में उनकी संपत्ति में 61 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. पिछले साल उन्हें 17वां स्थान मिला था.
बी पार्थसारधि रेड्डी और हेटेरो लैब्स का परिवार सबसे धनी भारतीयों की सूची में 58वें स्थान पर है, जबकि पिछले साल वह 81वें स्थान पर था. उनके पास 26,100 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो एक साल में 88 फीसदी बढ़ी है. अरबिंदो फार्मा ग्रुप के पीवी रामप्रसाद रेड्डी की संपत्ति में छह फीसदी की गिरावट आई है. वह 33 स्थान की गिरावट के साथ 86वें स्थान पर हैं. न्यू जर्सी में रहने वाले व्यवसायी के पास 19,000 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
हैदराबाद के सभी तीन अरबपति 100 सबसे अमीर भारतीयों की सूची में फार्मा क्षेत्र से आते हैं. यह आंकड़े एक बार फिर साबित करते हैं कि हैदराबाद को देश का फार्मास्युटिकल हब क्यों कहा जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, फार्मा सेक्टर 130 प्रविष्टियों के साथ सबसे अमीर भारतीयों की सूची में सबसे अधिक योगदान देता है, जिसमें 40 अरबपति शामिल हैं. 2021 में, इस क्षेत्र में संचयी संपत्ति में 43 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि 2020 में इसमें 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. दवा क्षेत्र ने इस वर्ष की सूची में 12 नाम जोड़े और इस वर्ष 3,45,900 करोड़ रुपये की संपत्ति जोड़ी.