नई दिल्ली: 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एन.के. सिंह और आयोग के सदस्यों- अजय नारायण झा, अशोक लाहिड़ी, रमेश चंद्र, अनूप सिंह और सचिव अरविंद मेहता ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और आवश्यक कार्रवाई के लिए वित्त वर्ष 2020-21 की आयोग की रिपोर्ट पेश की. आयोग ने रिपोर्ट में दिए गए सुझावों से राष्ट्रपति को अवगत कराया.
पंद्रहवें वित्त आयोग ने राष्ट्रपति को सौंपी अपनी रिपोर्ट
15 वें वित्त आयोग ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए अपनी रिपोर्ट भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को और आवश्यक कार्यवाही के लिए प्रस्तुत की.
15वें वित्त आयोग का गठन राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 280 के तहत 27 नवंबर, 2017 को किया था, ताकि वह 01 अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2025 तक की पांच वर्षीय अवधि के लिए सुझाव दे सके. राष्ट्रपति की अधिसूचना में आयोग के संबंध में विस्तृत संदर्भ सामग्री दी गई है.
इसके उपरांत 27 नवंबर, 2019 के गजट अधिसूचना के आधार पर 15वें वित्त आयोग के यह अधिकार दिया गया कि वह वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपनी रिपोर्ट 30 नवंबर, 2019 तक सौंप दे तथा उसके बाद 01 अप्रैल, 2021 से 31 मार्च, 2026 तक की अवधि की अपनी अंतिम रिपोर्ट 30 अक्टूबर, 2020 तक सौंपे.
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