नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) के खरीफ सीजन में 14.79 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें चावल का उत्पादन 10.2 करोड़ टन रहने का अनुमान है.
कृषि मंत्रालय का यह लक्ष्य भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के हालिया मानसून पूर्वानुमान पर आधारित है. आगामी खरीफ सीजन में खाद्यान्न उत्पादन के लिए निर्धारित लक्ष्य फसल वर्ष 2018-19 के खाद्यान्न उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान के 14.22 करोड़ टन से अधिक है.
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मंत्रालय का अनुमान है कि फसल वर्ष 2018-20 के रबी सीजन में फसलों का उत्पादन करीब 14.32 करोड़ टन रह सकता है. राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन (खरीफ अभियान-2019) में अधिकारियों ने कहा कि चावल का उत्पादन आगामी खरीफ सीजन में 10.2 करोड़ टन रह सकता है जबकि मक्के का उत्पादन 2.13 करोड़ टन रहने की उम्मीद है.
मोटे अनाज का उत्पादन 3.58 करोड़ टन जबकि दलहनों का उत्पादन 101 लाख टन रह सकता है. ज्वार, बाजड़े और रागी का उत्पादन क्रमश: 21 लाख टन, 95 लाख टन और 23 लाख टन रहने की उम्मीद है.
मंत्रालय के अनुसार, तिलहनों का उत्पादन 258.4 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि गेहूं का उत्पादन 38.55 करोड़ टन रहने का अनुमान है. कपास का उत्पादन 357.5 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलो) रहने की उम्मीद है.