मुंबई : कोविड-19 की दूसरी लहर और परिणामी प्रतिबंधों ने फिर से आर्थिक गतिविधियों को पंगु बना दिया है. इसकी झलक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ओर से चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के विकास के दृष्टिकोण को संशोधित करने से मिलती है.
नवीनतम एसबीआई इकोरैप रिपोर्ट ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लिए 7.9 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो इसके पिछले 10.4 प्रतिशत की वृद्धि के अनुमान से कम है.
हालांकि, इसमें कहा गया है, 'हम सरकारी अनुमानों के अनुसार जुलाई के मध्य से प्रति दिन 1 करोड़ टीकाकरण की उत्कट आशा के साथ इस संख्या को ऊपर की ओर पूर्वाग्रह प्रदान करते हैं.'
इसने यह भी नोट किया कि इस बार अर्थव्यवस्था पर 'असमान रूप से बड़ा' प्रभाव होने की संभावना है और यह देखते हुए कि ग्रामीण शहरी की तरह लचीला नहीं है, मांग में तेजी से वित्त वर्ष 22 के सकल घरेलू उत्पाद के अनुमानों में बड़ा अंतर आने की संभावना नहीं है . इसलिए यह केवल एक मामूली पिकअप हो सकता है.