मुंबई: देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक तथा इंडियन ओवरसीज बैंक ने कर्ज दरों में कटौती की है. एसबीआई ने अपनी ऋण की ब्याज दरों में 0.05 प्रतिशत की मामूली कटौती की है. नई दरें 10 अप्रैल से प्रभावी होंगी. बैंक ने बयान में कहा कि संशोधित कोष की सीमान्त लागत आधारित ऋण दर को 8.55 से घटाकर 8.50 प्रतिशत किया गया है.
एसबीआई ने 30 लाख रुपये तक के आवास ऋण पर भी ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है. इसके साथ अब 30 लाख रुपये से कम के आवास ऋण पर नई ब्याज दर 8.60 से 8.90 प्रतिशत होगी, जो अभी तक 8.70 से 9 प्रतिशत है.
एसबीआई और आईओबी ने ऋण पर ब्याज दर में 0.05% की मामूली कटौती की - भारतीय स्टेट बैंक
एसबीआई ने 30 लाख रुपये तक के आवास ऋण पर भी ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है. वहीं इंडियन ओवरसीज बैंक ने एक साल और उससे ऊपर की अवधि के कर्ज पर ब्याज दर में मामूली 0.05 प्रतिशत की कटौती की.
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भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल में अपनी चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर को चौथाई प्रतिशत घटाकर छह प्रतिशत किया था. यह तीसरा बैंक है जिसने रेपो दर में कटौती के बाद कर्ज सस्ता किया है.
इंडियन ओवरसीज बैंक ने एक साल और उससे ऊपर की अवधि के कर्ज पर ब्याज दर में मामूली 0.05 प्रतिशत की कटौती की. बैंक ने एक साल के कर्ज पर कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर घटाकर 8.65 प्रतिशत कर दिया.
दो और तीन साल के कर्ज पर एमसीएलआर क्रमश: 8.75 प्रतिशत तथा 8.85 प्रतिशत होगी. पिछले सप्ताह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एमसीएलआर 0.05 प्रतिशत की कटौती 8.70 प्रतिशत कर दिया था.