नई दिल्ली:भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की एक बैठक में कहा कि वह अपने पड़ोसी देशों में कमजोर वर्ग की आबादी के लिए वक्त आने पर मानवीय सोच के साथ खाद्य सहायता उपलब्ध कराने में हमेशा आगे रहा है. इस तरह की सहयाता किसी वाणिज्य उद्येश्य से मुक्त होती है.
डब्ल्यूटीओ की महापरिषद की बैठक में भारत ने कहा कि 2019 में विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने कमजोर वर्ग की आबादी की मदद के लिए उससे करीब 11,000 टन दाल, गेहूं और चावल जैसी जिंस लीं. भारत ने कहा कि वह पांच दशक से अधिक समय से डब्ल्यूएफपी के मानवीय कार्य में हाथ बंटाता आ रहा है.