नई दिल्ली: देश के औद्योगिक उत्पादन में इस साल फरवरी के दौरान 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो पिछले सात महीने में सर्वाधिक है. मुख्य रूप से खनन, विनिर्माण गतिविधियों के साथ बिजली उत्पादन में वृद्धि से औद्योगिक उत्पादन बढ़ा है.
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित इन आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल फरवरी में आईआईपी में केवल 0.2 प्रतिशत वृद्धि हुई थी. इससे पहले, जुलाई 2019 में आईआईपी में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी.
औद्योगिक उत्पादन में पिछले साल अगस्त में 1.4 प्रतिशत, सितंबर में 4.6 प्रतिशत तथा अक्टूबर में 6.6 प्रतिशत की गिरावट आयी थी. इसके बाद नवंबर में 2.1 प्रतिशत, दिसंबर में 0.1 प्रतिशत और जनवरी 2020 में 2.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. इससे पहले पिछले महीने के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2020 में आईआईपी में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) आंकड़े के अनुसार विनिर्माण उत्पादन इस साल फरवरी में 3.2 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 0.3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी. बिजली उत्पादन आलोच्य महीने में 8.1 प्रतिशत बढ़ा जबकि फरवरी 2019 में इसमें 1.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. खनन क्षेत्र का उत्पादन इस साल फरवरी में 10 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि पिछले साल इसी महीने में इसमें 2.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.