मुंबई:दुनिया में कपास का सबसे बड़ा उत्पादक देश भारत इस साल पिछले साल के मुकाबले दोगुना रूई का आयात कर सकता है, जबकि देश से रूई के निर्यात में भारी कमी आ सकती है.
शीर्ष उद्योग संगठन कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के ताजा अनुमान के अनुसार, चालू रूई उत्पादन व विपणन वर्ष 2018-19 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान भारत 31 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलो) रूई का आयात कर सकता है, जबकि पिछले साल देश में रूई का आयात तकरीबन 15 लाख गांठ हुआ था.
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उद्योग संगठन ने सोमवार को जारी अपने मई महीने के अनुमान में कहा कि देश से रूई का निर्यात इस सीजन में 46 लाख गांठ हो सकता है, जबकि पिछले सीजन में भारत ने 69 लाख गांठ रूई का निर्यात किया था.
संगठन के अनुसार, देश में इस साल रूई का उत्पादन 315 लाख गांठ होने का अनुमान है और देश में कुल आपूर्ति 374 लाख गांठ रह सकती है, जिसमें ओपनिंग स्टॉक 28 लाख गांठ और आयात 31 लाख गांठ शामिल है. घरेलू खपत पूरे सीजन में 315 लाख गांठ और निर्यात 46 लाख गांठ होने के बाद अगले साल के लिए बचा हुआ स्टॉक 13 लाख गांठ रहने का अनुमान है.