नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के करीब आधा दर्जन बैंकों ने अपने ऋण की ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है. इन बैंकों में बैंक आफ इंडिया, ओरियंटल बैंक आफ कॉमर्स और बैंक आफ महाराष्ट्र शामिल हैं.
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती के बाद से बैंक अपने ऋण की ब्याज दर में कटौती कर रहे हैं. इन बैंकों की बेंचमार्क ऋण दर में कटौती से गृह, वाहन और अन्य कर्ज सस्ते हो जाएंगे.
इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने बृहस्पतिवार को एक नवंबर से खुदरा और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों के लिए कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की.
आईओबी ने बयान में कहा, "एक नवंबर से खुदरा खंड....आवास, वाहन, शिक्षा, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों के लिए ऋण पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की जाएगी. वहीं रेपो दर से जुड़ी ऋण दर को भी 8.25 प्रतिशत से घटाकर 8 प्रतिशत किया जाएगा."
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इसी तरह बैंक आफ इंडिया ने एक दिन के कर्ज पर कोष की सीमान्त लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) को 0.15 प्रतिशत घटा दिया है. एक साल के ऋण पर एमसीएलआर में 0.05 प्रतिशत की कटौती की गई है.
बैंक ने कहा है कि एमसीएलआर में कटौती 10 अक्टूबर से लागू होगी. पुणे मुख्यालय वाले बैंक आफ महाराष्ट्र ने विभिन्न परिपक्वता अवधि के ऋण पर एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है. बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि एक साल की सीमान्त लागत आधारित ऋण दर अब 8.40 प्रतिशत रहेगी. यह कटौती आठ अक्टूबर से लागू हो गई है.
एक दिन से लेकर छह महीने के ऋण पर एमसीएलआर को 0.10 प्रतिशत घटाकर 8.05 से 8.30 प्रतिशत किया गया है. बैंक ने रेपो दर से जुड़ी ऋण दर को भी आठ अक्टूबर से 0.25 प्रतिशत घटाकर 8.45 प्रतिशत से 8.20 प्रतिशत कर दिया है.
बैंक ने अपनी आधार दर को सालाना 9.50 प्रतिशत पर कायम रखा है. ओरियंटल बैंक आफ कॉमर्स ने एक साल के ऋण के लिए एमसीएलआर को 8.40 प्रतिशत से घटाकर 8.35 प्रतिशत कर दिया है. नई दरें 10 अक्टूबर से प्रभावी होंगी.