नई दिल्ली :ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स द्वारा 45 देशों में कराए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि वैश्विक शिपिंग दरों में इस महीने की शुरुआत से गिरावट शुरू हो गई है. यह आकलन महीने-दर-महीने के आधार पर किया गया है. गिरावट के मद्देनजर उद्योग अपने आविष्कारों का पुनर्निर्माण करने में सक्षम हो रहे हैं.
ऐसे में दुनिया भर में आपूर्ति बाधाएं कम होने की संभावना है. पुनर्निर्माण के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान (Global supply chain disruptions) कम करने के स्पष्ट संकेत हैं. हालांकि, चिप की कमी जर्मनी और जापान जैसे देशों को प्रभावित करती रहेगी जो ऑटोमोटिव क्षेत्र पर निर्भर हैं.
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के एक अर्थशास्त्री टिम हंटर (Tim Hunter, an economist at Oxford Economics) ने कहा, 'हमारे देश के विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक आपूर्ति-श्रृंखला व्यवधान इस तिमाही में चरम पर होगा.'
हंटर ने कहा कि सर्वेक्षण जिसमें दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद के 90% के लिए लेखांकन अर्थव्यवस्थाओं को शामिल किया गया है, ने दिखाया कि सभी उत्तरदाताओं ने आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दे को आर्थिक विकास को प्रभावित करते हुए पाया. कुछ अर्थव्यवस्थाएं मोटर वाहन क्षेत्र पर निर्भर सबसे गंभीर प्रभावों का अनुभव कर रही हैं.
उन्होंने रिपोर्ट में लिखा कि इस तिमाही में चरम पर होने वाले प्रभाव व्यवधान के डेटा में अस्थायी संकेत अब कम हो रहे हैं. नवंबर की शुरुआत में वैश्विक शिपिंग दरों में गिरावट आई है. इन्वेंट्री के हमारे वैश्विक सूचकांक बताते हैं कि वे ऐतिहासिक मानदंडों से नीचे हैं. कई उद्योगों में स्टॉक का पुनर्निर्माण किया जा रहा है.
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के शोधकर्ताओं (Researcher at oxford economics) के अनुसार वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान जो मुख्य रूप से कोरोना वायरस के एक नए विषाणु वाले संस्करण के प्रकोप से उत्पन्न हुए हैं, जिसे डेल्टा संस्करण कहा जाता है. हालांकि उन्होंने चेतावनी दी है कि जोखिम बने हुए हैं और नीचे की ओर झुके हुए हैं.
वैश्विक विकास पर कितना प्रभाव
सर्वेक्षण से यह पता चला है कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान ज्यादातर लेबर की कमी के बजाय सामग्री की कमी का परिणाम है. रिपोर्ट के अनुसार ये कमी इस वर्ष में अधिकांश समय विश्व स्तर पर उद्योगों और उपभोक्ताओं को परेशान कर रही है. क्योंकि आपूर्ति, मांग में सुधार की तीव्र गति को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है. जो मुख्य रूप से पर्यटन, यात्रा और जैसे कई सेवा क्षेत्रों में केंद्रित था. कोविड -19 संबंधित प्रतिबंधों के कारण आतिथ्य क्षेत्र प्रभावित रहा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि विभिन्न उद्योगों और अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित करने वाले कारकों को देखते हुए वैश्विक स्तर पर इन समस्याओं की गंभीरता का आकलन करना कठिन काम है. टिम हंटर ने कहा कि हमारे परिणामों में पाया गया है कि लगभग सभी लोग इस तिमाही में पहले से ही चरम पर पहुंचने वाले व्यवधान को देख रहे हैं.