नई दिल्ली: रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को काठगोदाम-जम्मू और काठगोदाम-कानपुर रेलमार्गों पर गरीब रथ रेलों को मेल या एक्सप्रेस ट्रेन से प्रतिस्थापित करने के फैसले को वापस ले लिया. इसी के साथ कम किराए वाली वातानुकूलित ट्रेन (गरीब रथ) की सेवाएं इन मार्गों पर चार अगस्त से पुन: शुरू हो जायेंगी.
मंत्रालय ने कहा कि उत्तर रेलवे में डिब्बों की कमी के कारण गरीब रथ की साप्ताहिक चलने वाली दो जोड़ी ट्रेनों को अस्थाई तौर पर एक्सप्रेस सेवा के तौर पर चलाया जा रहा है.
रेल मंत्रालय ने इन ट्रेनों के हाल ही में संचालन बंद करने के विरोध के बाद ट्वीट में कहा, "काठगोदाम और जम्मू तवी के बीच चलने वाली गरीब रथ ट्रेन संख्या 12207/08 और कानपुर और काठगोदाम के बीच चलने वाली गरीब रथ ट्रेन संख्या 12207/10 की सेवाएं चार अगस्त, 2019 से दोबारा प्रभावी हो जायेंगी."
गरीब रथ ट्रेनों को हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं: रेलवे
मंत्रालय ने कहा कि उत्तर रेलवे में डिब्बों की कमी के कारण गरीब रथ की साप्ताहिक चलने वाली दो जोड़ी ट्रेनों को अस्थाई तौर पर एक्सप्रेस सेवा के तौर पर चलाया जा रहा है.
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मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गरीब रथ ट्रेनों को हटाने की कोई योजना नहीं है और ऐसी 26 ट्रेनों का देश में संचालन किया जा रहा है.
गरीब रथ रेल की शुरूआत गरीब लोगों को वातानुकूलित रेल की सुविधा देने के लिए तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 2005 में की थी.
पहली गरीब रथ रेल बिहार के सहरसा से पंजाब के अमृतसर के बीच शुरू की गई थी.
हालांकि इस ट्रेन के लिए कोचों का निर्माण पहले ही रोका जा चुका है.