नई दिल्ली :महामारी कोरोना वायरस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है. जी20 के 16 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से सभी ने पहली तिमाही में नकारात्मक वृद्धि का सामना किया है. इसमें से सिर्फ चीन ही अपवाद रहा, जिसने प्रारंभ में वुहान की तालाबंदी के बाद पहली तिमाही में 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की और वर्ष के अंत में 8.25 फीसदी की कुल वृद्धि दर्ज की. चीन ने पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में प्रभावशाली 18.3% की वृद्धि हासिल की.
जी -20 देशों में, स्पेन और यूके सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में थे क्योंकि दोनों ने पहली तिमाही में 21% से अधिक नकारात्मक वृद्धि दर्ज की, और यह नकारात्मक वृद्धि की प्रवृत्ति पूरे वर्ष जारी रही क्योंकि दोनों ने वर्ष का अंत 10% से अधिक नकारात्मक वृद्धिके साथ किया.
जी20 में आठ उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में से सात देशों ने पहली तिमाही में दोहरे अंकों में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की. यूके ने -21.4%, स्पेन (-21.6%), फ्रांस (-18.4%), इटली (-18.1%), कनाडा (-12.7%), जर्मनी (-11.2%), और जापान (-10.2%) की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की. अमेरिका ने अपनी जीडीपी में -9 फीसदी गिरावट दर्ज की.
सभी आठ विकसित देशों ने वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में अपने सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट दर्ज की, जिसमें यूके, स्पेन और इटली ने सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की. यूके सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला था क्योंकि इसने चौथी तिमाही में 6.1% की उच्चतम नकारात्मक वृद्धि के साथ वर्ष का अंत किया.
इन आठ अमीर देशों में से केवल तीन ही साल के अंत तक अपना मुकाम हासिल करने में सक्षम थे क्योंकि फ्रांस ने चौथी तिमाही में 1.2% सकारात्मक वृद्धि दर्ज की, इसके बाद यूएसए 0.4% और कनाडा 0.3% का स्थान रहा.
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उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मामले में, चीन को छोड़कर, भारत सहित सात प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं ने तीव्र नकारात्मक वृद्धि दर्ज की. पहली तिमाही में जहां भारत को जीडीपी में सबसे ज्यादा गिरावट का सामना करना पड़ा. उसके बाद मेक्सिको (-18.7%), दक्षिण अफ्रीका (-17.5%), ब्राजील (-10.9%), तुर्की (-8.7%), इंडोनेशिया (-5.4) का स्थान रहा। %), और रूस (-4.6%) रहे.