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राजकोषीय घाटा जुलाई अंत में पहुंचा 5.47 लाख करोड़

नियंत्रक महालेखाकार(सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार निरपेक्ष रूप से, राजकोषीय घाटा या व्यय और राजस्व के बीच अंतर जुलाई के अंत में 5,47,605 करोड़ रुपये था.

राजकोषीय घाटा जुलाई अंत में पहुंचा 5.47 लाख करोड़

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Published : Aug 30, 2019, 6:32 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 9:24 PM IST

नई दिल्ली: सरकार का राजकोषीय घाटा जून तिमाही में 5.47 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 2019-20 के बजट अनुमान का 77.8 प्रतिशत है.

नियंत्रक महालेखाकार(सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार निरपेक्ष रूप से, राजकोषीय घाटा या व्यय और राजस्व के बीच अंतर जुलाई के अंत में 5,47,605 करोड़ रुपये था.

वित्त वर्ष 2018-19 के बजटीय घाटे का अनुमान वित्त वर्ष की अवधि में 86.5 प्रतिशत था.

सरकार का अनुमान है कि 2019-20 के दौरान राजकोषीय घाटा 7.03 लाख करोड़ रुपये रहेगा.

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इसका लक्ष्य चालू वित्त वर्ष में जीडीपी के 3.4 प्रतिशत पर घाटे को सीमित करना है, जो पिछले वित्त वर्ष की तरह ही था.

सीजीए के आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल-जुलाई, 2019-20 के दौरान सरकार की राजस्व प्राप्ति पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में बजट अनुमान (बीई) के 19.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रही.

Last Updated : Sep 28, 2019, 9:24 PM IST

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