नई दिल्ली: बड़े रिटेल और एफएमसीजी खिलाड़ी कोविड-19 के दौरान सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए व्हाट्सएप आधारित रिटेल चैनल चला रहे हैं. रिटेल के खिलाड़ी जैसे स्पेंसर, वेदांत फैशन प्राइवेट लिमिटेड, विल्मर, आईटीसी और एचयूएल सहित फैशन ब्रांड मान्यवर और अन्य एफएमसीजी प्लेयर, रिटेलिंग के इस नए डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) मॉडल पर आ रहे हैं, जहां वे मौजूदा रिटेल चैनल को एकीकृत कर रहे हैं.
हर कोई चाहता है कि उनका अपना चैनल अपने ग्राहकों को अपने खुदरा उत्पादों के लिए कनेक्ट करे, बजाय कि बिग बास्केट जैस एग्रीगेटर्स आदि पर निर्भर रहे, ताकि वे मार्जिन पर समझौता किए बिना ग्राहकों को बेहतर कीमत दे सकें. रिटेलर्स भी इस मॉडल का हिस्सा होंगे.
पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के सचिव-खुदरा समिति अजय बंसल ने कहा कि यह न केवल डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर है, बल्कि मूल्य श्रृंखला में डीलर-टू-रिटेलर, डीलर-टू-कंपनी, रिटेलर-टू-कंपनी मॉड्यूल की सुविधा भी है. आईटीसी जैसा खिलाड़ी भी इस विकल्प को तलाश रहा है. एक विश्लेषण में कहा गया है कि कोई भी एफएमसीजी कंपनी जो अब इस खेल में प्रवेश नहीं करती है, उसे पीछे छोड़ दिया जाएगा, क्योंकि यह दी नेक्स्ट नॉर्मल में से एक है.
डी2सी क्यों?
येलो मैसेंजर की मार्केटिंग डायरेक्टर वर्तिका वर्मा ने बताया कि छोटे खुदरा विक्रेताओं के लिए, अपने स्वयं के चैनल का मालिक होना बहुत महत्वपूर्ण है. उदाहरण के लिए, एफएंडबी के बहुत सारे खिलाड़ी जोमैटो या स्विगी पर निर्भर हैं. साथ ही बी2बी सेगमेंट में छोटे रिटेलर्स कुछ अन्य प्लेटफॉर्म पर निर्भर हैं. हालांकि, जिस पल उन्हें यह अहसास होता है कि वे व्हाट्सएप या अन्य दूर के माध्यमों से अपने चैनल का मालिक बन सकते हैं, वे इसके लिए आगे आते हैं.
जहां भी बातचीत शुरू होती है, वह गूगल सहायक पर स्वचालित कॉल पर भी हो सकती है और इसे सीधे कंपनी के बैकेंड सिस्टम से जोड़ा जा सकता है ताकि यह एक मजबूत संरचना बन सके क्योंकि कंपनियों को इसके लिए किसी तीसरे पक्ष को कोई मोटी रकम नहीं देनी पड़ती है. कंपनियां ग्राहक डेटा और दृश्यता के साथ पूरा प्लेटफ़ॉर्म ले सकती हैं.
वर्मा के अनुसार, ऐसे प्लेटफ़ॉर्म के लिए खुदरा विक्रेताओं से बहुत अधिक मांग आ रही है क्योंकि वे कुछ अन्य की तुलना में पूरी जानकारी को डिजिटाइज़ भी कर सकते हैं. वर्मा के अनुसार, इसका क्रियान्व्यन समय भी बहुत कम है और यह क्षेत्रीय भाषाओं में भी किया जा सकता है.
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स्पेंसर रिटेल ने येलो मैसेंजर के साथ इस चैटबोट मॉडल का निर्माण किया. प्रौद्योगिकी कंपनी ने कहा कि स्पेंसर के लिए इस मॉडल को बनाने में तीन दिन का समय लगा और उन्होंने इसे बनाने के बाद, कंपनी ने व्हाट्सएप नंबर को एसएमएस के माध्यम से लॉन्च किया- उपभोक्ताओं से इस नंबर पर व्हाट्सएप करने के लिए कहा. अन्यथा, कंपनियां इस नए चैनल के बारे में सोशल मीडिया या कुछ विज्ञापनों के माध्यम से भी साझा कर सकती हैं.
वर्मा ने बताया, "स्पेंसर रिटेल ने उपयोगकर्ताओं और चैटबॉट के बीच 4.5 मिलियन से अधिक संदेशों का आदान-प्रदान किया है. पहले सप्ताह में राजस्व 5 मिलियन रुपये से अधिक है. श्याओमी इंडिया के पहले सप्ताह में 38 हजार उपयोगकर्ता हैं और अर्जित आय 10 बिलियन डॉलर से ऊपर है." वर्मा के अनुसार श्याओमी इंडिया और स्पेंसर के रिटेल के अलावा मैकडॉनल्ड्स इंडिया भी उनके साथ इसी तरह के रिटेल चैनल के लिए काम कर रहा है.