नई दिल्ली:केंद्रीय बजट 2019-20 में आज पेट्रोल और डीजल पर 1 रुपये सेस की बढ़ोतरी से मुद्रास्फीति पर पड़ने वाले प्रभावों की आशंका पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विशेष रूप से ईटीवी भारत से बातचीत की. सीतारमण ने बताया कि "इस सरकार में मुद्रास्फीति नियंत्रण और प्रबंधन अनुकरणीय था और कई अर्थशास्त्रियों के मुताबिक प्रबंधनीय स्तरों पर अच्छी तरह से था," इसलिए आरबीआई के मुद्रास्फीति प्रबंधन पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं होगा.
रक्षा पर
इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि वह पिछली रक्षा मंत्री थी, रक्षा बजट के सवालों का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि रक्षा खर्च के साथ-साथ रक्षा पेंशन में भी बढ़ोतरी हुई है. रक्षा पेंशन के लिए आवंटन बढ़ाकर 1,12,079.57 करोड़ रुपये कर दिया गया, जिससे कुल रक्षा परिव्यय 4,31,010.79 करोड़ रुपये हो गया, जो कि कुल केंद्रीय बजट आवंटन का 15.47 प्रतिशत है.
शिक्षा पर
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2019 के अनुरूप भारतीय शिक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने के लिए, देश में संपूर्ण अनुसंधान इको-सिस्टम को मजबूत करने के लिए एक राष्ट्रीय अनुसंधान कोष (एनआरएफ) बनाया जाएगा.
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इसके अलावा, देश में उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययन करने के लिए अधिक विदेशी छात्रों को लुभाने के लिए 'स्टडी इन इंडिया' पहल का प्रस्ताव किया गया.