जोहान्सबर्ग: नई दिल्ली में सोमवार से शुरू हो रही डब्ल्यूटीओ की दो दिवसीय मंत्रीस्तरीय अनौपचारिक बैठक में दक्षिण अफ्रीका विकासशील देशों और खासतौर पर अफ्रीकी देशों की विकास नीति की जरूरत पर जोर देगा. एक वरिष्ठ मंत्री ने यह जानकारी दी.
इस बैठक में छह अल्प विकसित देश और 16 विकासशील देश जिनमें चीन, ब्राजील, साउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, मलेशिया और नाइजीरिया शामिल हैं, शरीक होंगे. विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक राबर्टों अजेवेदो भी इस बैठक में शरीक होंगे.
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दक्षिण अफ्रीका के व्यापार एवं उद्योग मंत्री रॉब डेविस ने भारत रवाना से होने पहले कहा कि यह बैठक ऐसे वक्त में हो रही है जब वैश्विक व्यापार अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है, कुछ देशों में संरक्षणवाद बढ़ गया है और समावेशी वृद्धि के अभाव के चलते व्यापार समझौतों और वैश्विकरण के खिलाफ हवा चल रही है.
उन्होंने कहा, "हमें एक बहुपक्षीय व्यापार का माहौल बनाने की जरूरत है जो औद्योगिकीकरण के अनुकूल हो और ढांचागत परिवर्तन एवं आर्थिक विविधकरण में सहयोग करे। यह बैठक विकासशील और अल्प विकसित देशों को इस बारे में आमराय बनाने का भी अवसर मुहैया करेगा कि डब्ल्यूटीओ सुधारों पर कैसे आगे बढ़ा जाए।