नई दिल्ली: बैंकों का सकल फंसा कर्ज (एनपीए) चालू वित्त वर्ष के अंत तक घटकर 9.1 लाख करोड़ रुपये पर आने की उम्मीद है. एसोचैम-क्रिसिल के एक संयुक्त अध्ययन में यह बात कही गयी है.
अध्ययन रिपोर्ट 'बोलस्टरिंग एआरसी' के अनुसार भारतीय बैंकों का सकल एनपीए 31 मार्च 2019 को 9.4 लाख करोड़ रुपये था. रिपोर्ट में कहा गया है कि दबाव वाली परिसंपत्तियों में निवेश करने वाले निवेशकों के पास व्यापक अवसर हैं.