नई दिल्ली: रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है जिन देशों ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये विकेंद्रित तरीके अपनाये, वे अन्य देशों की तुलना में इस मोर्चे पर बेहतर रहे है.
उन्होंने जर्मनी और दक्षिण कोरिया का उदाहरण देते हुए कहा कि इन देशों में केंद्र के स्तर पर संसाधनों का आबंटन किया लेकिन उसे कैसे खर्च करना है, किस प्रकार रखना है, उसका जिम्मा प्रांतों पर छोड़ दिया.
ये भी पढ़ें-डाक विभाग ने डाकघर स्तर तक सभी छोटी बचत योजनाओं का विस्तार किया
राजन ने कहा कि भारत में चार घंटे के नोटिस पर देशव्यापी ‘लॉकडाउन’ लगाया गया. जिन क्षेत्रों में उस समय कोरोना वायरस के मामले नहीं थे, वे इससे आर्थिक रूप से व्यापक रूप से प्रभावित हुए.
उन्होंने यू ट्यूब चैनल कारोना नॉमिक्स से बातचीत में कहा, "मैं केंद्र के स्तर पर निर्णय लेने में होने वाली कठिनाइयों को रेखांकित करना चाहता हूं...उदाहरण के लिये भारत का अनिवार्य रूप से पूरे देश को बंद करने का निर्णय."