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आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में मार्च में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि

आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में पिछले साल इसी महीने यानी मार्च 2020 में 8.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी.

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Published : Apr 30, 2021, 9:29 PM IST

Updated : Apr 30, 2021, 10:54 PM IST

आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में मार्च में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि
आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में मार्च में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि

नई दिल्ली :देश में आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में इस साल मार्च में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो 32 महीने का उच्चतम स्तर है. तुलनात्मक आधार कमजोर होने के बीच प्राकृतिक गैस, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन में वृद्धि के साथ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर बढ़ी.

शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार आठ बुनियादी उद्योगों... कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली...की वृद्धि दर में पिछले साल इसी महीने यानी मार्च 2020 में 8.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी.

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार मार्च महीने में प्राकृतिक गैस, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन में क्रमश: 12.3 प्रतिशत, 23 प्रतिशत, 32.5 प्रतिशत और 21.6 प्रतिशत का उछाल आया. वहीं पिछले साल इसी महीने में इनमें क्रमश: (-) 15.1 प्रतिशत, (-) 21.9 प्रतिशत, (-) 25.1 प्रतिशत और (-) 8.2 प्रतिशत की गिरावट आयी थी.

कोयला, कच्चा तेल, रिफाइनरी उत्पादों और उर्वरकों के उत्पादन में इस दौरान गिरावट दर्ज की गयी.

वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल-मार्च) में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 7 प्रतिशत घटा. वर्ष 2019-20 में इसमें 0.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.

आंकड़े पर अपनी प्रतिक्रिया में इक्रा लि. की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि मार्च तिमाही में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि 32 महीने का उच्च स्तर है जिसका कारण तुलनात्मक आधार कमजोर होना है.

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उन्होंने कहा कि पिछले साल अप्रैल में 'लॉकडाउन' के कारण तुलनात्मक आधार काफी कमजोर है. ऐसे में सीमेंट और इस्पात क्षेत्र में उच्च वृद्धि दर से सालाना आधार पर आठ बुनियादी उद्योगों में 50 से 70 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है.

नायर ने कहा, 'हालांकि अप्रैल 2021 में पिछले माह के मुकाबले बिजली मांग, वाहन पंजीकरण और जीएसटी ई-वे बिल सृजन में कुछ नरमी दिख रही है. यह कोविड संक्रमण में बढ़ोतरी और इसकी रोकथाम के लिये स्थानीय स्तर पर 'लॉकडाउन' के प्रभाव को बताता है.'

उन्होंने कहा, 'उपलब्ध आंकड़े के आधार पर, हमारा अनुमान है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में मार्च 2021 में 17.5 से 25 प्रतिशत रहेगी.'

फरवरी में इन क्षेत्रों में उत्पादन में 3.8 प्रतिशत की गिरावट आयी थी.

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Last Updated : Apr 30, 2021, 10:54 PM IST

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