नई दिल्ली :केंद्र सरकार ने मंगलवार को एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) के तदर्थ निपटान के माध्यम से 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 14,000 करोड़ रुपये जारी किए, जो केंद्र द्वारा एकत्र किया जाता है लेकिन केंद्र और राज्यों के बीच समान रूप से विभाजित होता है. इसके अलावा, केंद्र ने शनिवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 30,000 करोड़ रुपये का जीएसटी मुआवजा जारी किया.
मंगलवार को 14,000 करोड़ रुपये के आईजीएसटी निपटान के हस्तांतरण के साथ, केंद्र सरकार ने पिछले चार दिनों में जीएसटी मुआवजा बकाया और आईजीएसटी निपटान के रूप में कुल 44,000 करोड़ रुपये राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को हस्तांतरित किए हैं. चालू वित्त वर्ष के करीब 63,000 करोड़ रुपये लंबित है.
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) क्षतिपूर्ति मद में 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में अबतक 70,000 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं. यह चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह में कमी के लिये क्षतिपूर्ति को लेकर विशेष उधारी व्यवस्था के तहत राज्यों को जारी किये गये 1.10 लाख करोड़ रुपये के अलावा है.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'केंद्र सरकार ने 27 मार्च को 2020-21 के लिये राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति मद में 30,000 करोड़ रुपये जारी किये. इस वित्त वर्ष में अबतक क्षतिपूर्ति के लिये कुल 70,000 करोड़ रुपये जारी किये जा चुके हैं.'
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इसके अलावा, केंद्र ने एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) मद में 28,000 करोड़ रुपये का निपटान किया है. इसमें से 14,000 करोड़ रुपये राज्यों एवं केंद्र के बीच समान रूप से साझा किये गये हैं.
मंत्रालय के अनुसार, 'अबतक जारी की गयी जीएसटी क्षतिपूर्ति, उधारी और आईजीएसटी निपटान पर गौर करने के बाद जीएसटी क्षतिपूर्ति मद में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों का 2020-21 के लिये शेष केवल 63,000 करोड़ रुपये लंबित है.'
63,000 करोड़ रुपये का जीएसटी बकाया
पिछले चार दिनों में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जीएसटी क्षतिपूर्ति देय और आईजीएसटी निपटान के भुगतान के रूप में 44,000 करोड़ रुपये के भुगतान के बाद भी, केंद्र जीएसटी क्षतिपूर्ति अधिनियम, 2017 के तहत वर्ष के लिए अपने कानूनी दायित्वों का निर्वहन करने में सक्षम नहीं है.