नई दिल्ली: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) दूरसंचार क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा संबंधी विभिन्न पक्षों का अध्ययन करेगा. दूरसंचार क्षेत्र में हालिया समय में स्थिति में हुए महत्वपूर्ण बदलावों के कारण यह निर्णय लिया गया है. सीसीआई के चेयरमैन अशोक कुमार गुप्ता ने यह जानकारी दी.
गुप्ता ने पीटीआई भाषा से एक साक्षात्कार में कहा, दूरसंचार क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा संबंधी पक्षों के अध्ययन की तैयारी शुरू कर दी गयी है. अध्ययन नवंबर में शुरू होने का अनुमान है.
उन्होंने कहा, "बाजार नियामक होने के नाते हमें इस अध्ययन से पता चलेगा कि हमें किन बातों को लेकर सजग रहना चाहिये और हमें क्या करने की जरूरत है. यह आयोग को प्रतिस्पर्धा को लेकर रणनीति तैयार करने तथा दूरसंचार क्षेत्र को लेकर सुझाव तैयार करने में मदद करेगा."
ये भी पढ़ें:जीएसटी रिटर्न भरने का नया संस्करण इसी महीने
गुप्ता ने कहा, "दूरसंचार सेवाओं की महत्ता तथा अर्थव्यवस्था में इसकी प्रासंगिकता को देखते हुए यह सीसीआई के लिये जरूरी हो गया है कि वह क्षेत्र में हो रहे बदलावों पर नजर रखे. नयी कंपनियों के आने, कंपनियों के एकीकरण होने, प्रतिस्पर्धा संबंधी रणनीतियों में बदलाव तथा दूरसंचार क्षेत्र के बिजनेस मॉडल के कारण हालिया समय में इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं."
उन्होंने कहा कि बाजार की नयी संरचना से कई सारे सवाल पैदा हुए हैं, जैसे कि क्या प्रतिस्पर्धा का मौजूदा स्तर पर्याप्त है, क्या दूरसंचार कंपनियां क्षेत्र में अपने दबदबे का इस्तेमाल उन क्षेत्रों को प्रभावित करने में कर सकती हैं जो क्षेत्र दूरसंचार पर निर्भर हैं.
उन्होंने कहा कि अध्ययन से दूरसंचार क्षेत्र में बदलावों को स्पष्ट तरीके से समझने के लिये संबंधित पक्षों से प्रासंगिक सूचनाएं जमा होंगी. सीसीआई अभी ई-वाणिज्य क्षेत्र को लेकर इसी तरह का एक अध्ययन कर रहा