मुंबई :सरकार को आथिक गतिविधयों को सहारा देने के लिए आपूर्ति पक्ष की दिक्कतों पर ध्यान देने के बाद अब बजट में मांग संबंधी समस्याओं को दूर करने पर ध्यान देना चाहिये.
इंडिया रेटिंग्स की एक रिपोर्ट में यह सिफारिश की गयी है. कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से ही सरकार का ध्यान आपूर्ति संबंधी दिक्कतों पर लगा हुआ है. कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाये गये लॉकडाउन के बाद जून तिमाही में अर्भव्यवस्था में 23.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी.
हालांकि इसके बाद अर्थव्यवस्था में नाटकीय सुधार हुआ और सितंबर तिमाही में गिरावट 7.5 प्रतिशत तक सीमित रही. चालू वित्त वर्ष की अंतिम दो तिमाहियों में अर्थव्यवस्था के वृद्धि की राह पर लौट आने की उम्मीद की जा रही है.