नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कई ट्वीट किए. वित्त मंत्रालय ने कहा है कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की वजह से कर दरें घटी हैं, जिससे अनुपालन बढ़ाने में मदद मिली है. साथ की इसकी वजह से करदाताओं का आधार दोगुना होकर 1.24 करोड़ पर पहुंच गया है. देश में जीएसटी को एक जुलाई, 2017 को लागू किया गया था.
वित्त मंत्रालय ने बताया कि वस्तु एवं सेवा कर के मोर्चे पर करदाताओं को बड़ी राहत दी गई है. वित्त मंत्रालय ने व्यापारियों को दी जाने वाली जीएसटी छूट का दायरा दोगुना कर दिया है. अब कारोबारी 40 लाख रुपये तक के सालाना टर्नओवर वाले कारोबारियों को जीएसटी में छूट है. मंत्रालय ने बताया कि शुरुआत में यह सीमा 20 लाख रुपये थी.
जेटली की पुण्यतिथि पर वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर गिनाई जीएसटी की उपलब्धियां
वित्त मंत्रालय ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद से, बड़ी संख्या में वस्तुओं पर कर की दर को नीचे लाया गया. अब तक, 28% की दर लगभग पूरी तरह से व्यसनकारी उत्पादों और विलासिता की वस्तुओं तक सीमित है. 28% के स्लैब की कुल 230 वस्तुओं में से लगभग 200 वस्तुओं को निचले स्लैब में स्थानांतरित कर दिया गया है.
वहीं, निर्माण क्षेत्र, विशेष रूप से आवास क्षेत्र को महत्वपूर्ण राहत प्रदान की गई है. इसे अब 5% की दर पर रखा गया है. किफायती आवास पर जीएसटी कम करके 1% कर दिया गया है. साथ ही कहा कि जीएसटी में सभी प्रक्रियाएं पूरी तरह से स्वचालित हैं. अब तक 50 करोड़ रिटर्न ऑनलाइन भरे गए हैं और 131 करोड़ ई-वे बिल जेनरेट किए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा कि जीएसटी से पहले मूल्यवर्धित कर (वैट), उत्पाद शुल्क और बिक्रीकर देना पड़ता था. सामूहिक रूप से इनकी वजह से कर की मानक दर 31 प्रतिशत तक पहुंच जाती थी.