नई दिल्ली : भारत में युवाओं के बीच निष्क्रियता का स्तर उभरते और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के वरिष्ठ अर्थशास्त्री जॉन ब्लूडोर्न ने बुधवार को यह कहा है. ब्लूडोर्न ब्रूकिंग इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उभरते और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में श्रम बाजार की स्थिति पर बोल रहे थे.
विकासशील देशों में रोजगार सक्रियता का स्तर भारतीय युवाओं में सबसे कम
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के वरिष्ठ अर्थशास्त्री जॉन ब्लूडोर्न ने बुधवार को कहा कि विकासशील देशों के बीच रोजगार सक्रियता का स्तर भारतीय युवाओं में सबसे कम है.
उन्होंने कहा, "युवाओं में काम के अवसर उभरते और विकाशील अर्थव्यवस्थाओं में भारत में सबसे कम है और यह करीब 30 प्रतिशत है." ब्लूडोर्न ने कहा कि उभरतीय अर्थव्यवस्थाओं में श्रम बाजारों में युवाओं के समक्ष चुनौतियों में स्त्री-पुरूष अंतर, प्रौद्योगिकी चुनौती, रोजगार में कामकाज की खराब गुणवत्ता शामिल हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रौद्योगिकी में परिवर्तन तथा स्वचालन चुनौतियों से उभरते और विकासशील अर्थव्यवस्थाएं की तुलना में विकसित अर्थव्यवस्थाएं ज्यादा प्रभावित होंगी. मुंबई स्थित सीएमआईई ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत में बेरोजगारी दर फरवरी 2019 में बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गयी है.
(भाषा)
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