मुंबई: कंपनियों का अग्रिम कर भुगतान चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 49 प्रतिशत उछलकर 1,09,506 करोड़ रुपये पहुंच गया. सीबीडीटी सूत्रों ने यह जानकारी दी.
यह देश में अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार का एक और संकेत है. इस बढ़ोतरी का कारण मुख्य रूप से पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में तुलनात्मक आधार का कमजोर होना हो सकता है.
सरकार ने पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में कंपनी कर की दर कम कर 25 प्रतिशत कर रिकार्ड निम्न स्तर पर ला दिया था. इससे कंपनियों के कर भुगतान में कमी आयी थी. पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में अग्रिम कंपनी कर संग्रह 73,126 करोड़ रुपये था.
सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा कि आलोच्य तिमाही में सकल कर संग्रह 7,33,715 करोड़ रुपये रहा जबकि शुद्ध संग्रह 5,87,605 करोड़ रुपये रहा.
तीसरी तिमाही के दौरान विभाग ने 1,46,109 करोड़ रुपये करदाताओं को वापस किये जो पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में वापस किये गये 1,58,988 करोड़ रुपये के मुकाबले 8.1 प्रतिशत कम है.