नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक और बैंक आफ जापान ने 75 अरब डालर के द्विपक्षीय मुद्रा अदला-बदली समझौते पर हस्ताक्षर का काम पूरा कर लिया है. इससे देश में विदेशी मुद्रा विनिमय तथा पूंजी बाजार में बड़ी स्थिरता आएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 29 अक्टूबर 2018 को जापान की राजधानी टोक्यो की यात्रा के दौरान द्विपक्षीय मुद्रा अदला-बदली समझौते (बीएसए) पर बातचीत हुई थी. वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "बीएसए भारत को 75 अरब डालर तक की विदेशी मुद्रा की सुविधा उपलब्ध कराता है जबकि पूर्व में इसके तहत 50 अरब डालर का प्रावधान था. बीएसए व्यवस्था आज यानी 28 फरवरी 2019 से प्रभाव में आ गयी है."
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आरबीआई और बैंक आफ जापान के बीच 75 अरब डालर का मुद्रा अदला-बदली समझौता - विदेशी मुद्रा भंडार
आरबीआई और बैंक आफ जापान ने 75 अरब डालर के द्विपक्षीय मुद्रा अदला-बदली समझौते पर हस्ताक्षर का काम पूरा कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 29 अक्टूबर 2018 को जापान की राजधानी टोक्यो की यात्रा के दौरान द्विपक्षीय मुद्रा अदला-बदली समझौते (बीएसए) पर बातचीत हुई थी.
![आरबीआई और बैंक आफ जापान के बीच 75 अरब डालर का मुद्रा अदला-बदली समझौता](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/768-512-2575391-thumbnail-3x2-pic.gif)
आरबीआई और बैंक आफ जापान
इससे भारत के पास भुगतान संतुलन के उपयुक्त स्तर को बनाये रखने या अल्पकाल में नकदी की जरूरतों के लिये 75 अरब डालर तक की व्यवस्था उपलब्ध होगी. बयान के अनुसार, "भारत अपनी जरूरत के हिसाब से इसका उपयोग कर सकता है. फिलहाल विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक स्तर पर है."
(भाषा)