नई दिल्ली : जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने 22 सितंबर को सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ विलय की घोषणा की थी. एंटरटेनमेंट जगत के इस बड़े विलय की प्रक्रिया में नया ट्विस्ट आ गया है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जी एंटरटेनमेंट में हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी 'इन्वेस्को' इस विलय के खिलाफ है.
जी एंटरटेनमेंट में इन्वेस्को की 18 फीसदी हिस्सेदारी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन्वेस्को ने सोनी और जी एंटरटेनमेंट के विलय के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर ही है. इन्वेस्को ने जी एंटरटेनमेंट में दो स्वतंत्र निदेशकों और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) पुनीत गोयनका को हटाने की मांग की थी. दो स्वतंत्र निदेशकों ने इस्तीफा दे दिया था, लेकिन पुनीत गोयनका पद पर बने हुए हैं.
वहीं, जी एंटरटेनमेंट के बोर्ड ने कंपनी के विलय के लिए मंजूरी दे दी है. पुनीत गोयनका विलय के बाद बनने वाली कंपनी के एमडी और सीईओ बने रहेंगे.
विलय की घोषणा के बाद इन्वेस्को ने असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में नए पुनर्गठित बोर्ड बनाने और एमडी व सीईओ पुनीत गोयनका को हटाने की मांग की है.
ईजीएम में इन्वेस्को की मांग जी एंटरटेनमेंट और सोनी गैर-बाध्यकारी विलय घोषणा की शर्तों के विपरीत है, जिसमें गोयनका को एमडी व सीईओ के पद पर बरकरार रखा गया है.
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल को 23 सितंबर को लिखे एक पत्र में, इन्वेस्को ने गैर-बाध्यकारी विलय की घोषणा का उल्लेख किया है. इन्वेस्को ने कहा है कि 22 सितंबर की कंपनी की विलय की घोषणा अनिश्चित तरीके से उठाया गया कदम है जिसमें कंपनी द्वारा महत्वपूर्ण और गंभीर निर्णय लिए गए हैं.
बता दें, प्रमुख मीडिया फर्म जी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स ने 22 सितंबर को घोषणा की थी कि उन्हें विलय के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है, जिसके तहत दोनों कंपनियों के लाइनर नेटवर्क, डिजिटल संपत्ति, निर्माण परिचालन और कार्यक्रम लाइब्रेरी एक साथ हो जायेंगी. इसके साथ ही जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेस लिमिटेड (जील) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत गोयनका विलय के बाद बनी इकाई का नेतृत्व करेंगे.